tag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post46035728023688233..comments2024-02-09T14:40:45.134+05:30Comments on अर्पित ‘सुमन’: बुलबुलों से ख़्वाबसु-मन (Suman Kapoor)http://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-37061135386357300252016-02-10T21:59:18.170+05:302016-02-10T21:59:18.170+05:30बेहद लाजबाब । बेहद लाजबाब । Madhulika Patelhttps://www.blogger.com/profile/18209148776668167493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-8120183468064933162016-02-10T19:15:58.867+05:302016-02-10T19:15:58.867+05:30अपने अपने हिस्से की जिंदगी ...अपने अपने हिस्से की जिंदगी ...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-62195958293238250962016-02-08T20:42:37.486+05:302016-02-08T20:42:37.486+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (09...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (09-02-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "नुक्कड़ अनाथ हो गया-अविनाश वाचस्पति को विनम्र श्रद्धांजलि" (चर्चा अंक-2247) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />चर्चा मंच परिवार की ओर से वाचस्पति को भावभीनी श्रद्धांजलि।<br />--<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-68648111594418688162016-02-08T17:07:17.325+05:302016-02-08T17:07:17.325+05:30ख्वाब जी सकें तो पूरी उम्र थोड़ी है ... लाजवाब शेर....ख्वाब जी सकें तो पूरी उम्र थोड़ी है ... लाजवाब शेर....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-77972200890630897862016-02-08T14:59:43.688+05:302016-02-08T14:59:43.688+05:30आपने लिखा...
कुछ लोगों ने ही पढ़ा...
हम चाहते हैं ...आपने लिखा...<br />कुछ लोगों ने ही पढ़ा...<br />हम चाहते हैं कि इसे सभी पढ़ें...<br />इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना दिनांक 09/02/2016 को <a href="http://www.halchalwith5links.blogspot.com" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> के<br /> अंक207 पर लिंक की गयी है.... आप भी आयेगा.... प्रस्तुति पर टिप्पणियों का इंतजार रहेगा।<br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7923258318830714808.post-24382918098024037322016-02-08T13:10:01.885+05:302016-02-08T13:10:01.885+05:30ख्वाब उड़ें
बुलबुलों में बैठ कर
बुलबुले ख्वाब में...ख्वाब उड़ें <br />बुलबुलों में बैठ कर <br />बुलबुले ख्वाब में <br />या ख्वाब बुलबुले में <br />उड़ना अच्छा है <br />फूटने से या टूटने से :)सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com