वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
सुख मिलन से जितना भी मिलता जड़ में उतनी तन्हाई है. गर सुमन कहे दिल खाली तो क्या जीवन से रुसवाई है? सादर श्यामल सुमन 09955373288 www.manoramsuman.blogspot.com http://meraayeena.blogspot.com/ http://maithilbhooshan.blogspot.com/
oh ye bahut hi achcha laga.... ekdum se man ko chhu ke chala gaya. aur itni maasoomiyat se kiya gaya sawal ki mujhe kyun mili tanhayi..... sochne ko vivash karta hai
34 comments:
"..क्यों मिली हमें तन्हाई"
ज़वाब देना बहुत मुश्किल है.
सादर
इस क्यों का ही तो जवाब नही मिलता।
सुख मिलन से जितना भी मिलता जड़ में उतनी तन्हाई है.
गर सुमन कहे दिल खाली तो क्या जीवन से रुसवाई है?
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
http://meraayeena.blogspot.com/
http://maithilbhooshan.blogspot.com/
अनुत्तारित प्रश्न ...
चलिए अच्छा ही हुआ!
तन्हाई में चिन्तन-मनन तो हो ही जाएगा!
आपका स्वागत है "नयी पुरानी हलचल" पर...यहाँ आपके पोस्ट की है हलचल...जानिये आपका कौन सा पुराना या नया पोस्ट कल होगा यहाँ...........
नयी-पुरानी हलचल
सुन्दर , भावुक करती पंक्तियाँ..
दिल भर आया........
bahut khoob ,suman ji.
tanhaaee to khudaa ki rahmat hai,kismat vaalon ko hee miltee hai.
riktta ke ahsas ko bhut hi komlta se shbdbdh krne me aapke sfl pryas pr bhut si bdhai . aapko our bhi pdhna chahoongi .
क्यों मिली हमें तन्हाई ...
मासूम सी शिकायत ...
बेहतरीन !
आह है जिंदगी
तू कैसे जी लेती है
तन्हाई में !! बढिया !!
bahut khoob....suman ji.....abhar
सुन्दर, भावपूर्ण और शानदार रचना! उम्दा प्रस्तुती!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
सुन्दर भाव मयी प्रस्तुति....
बहुत सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति..
sunder ...shant se ehsaas ...!!
सुन्दर चित और भाव पूर्ण गीत...बधाई...
नीरज
गहन अभिव्यक्ति..... क्यों मिली हमें तन्हाई ..... बेहतरीन रचना
मिले पंछियों को बसेरा
मेरा दिल फिर भी खाली..एक अदभुत रचना !
मेरी नयी पोस्ट पर आपका स्वागत है : Blind Devotion - सम्पूर्ण प्रेम...(Complete Love)
भावपूर्ण सुंदर कविता ...
सच.. बहुत सुंदर रचना
सच.. बहुत सुंदर रचना
बहुत सुन्दर
बहुत बहुत आभार ||
मिलता रहे आपका स्नेह||
अपने सवालों का जवाब खोजती एक खूबसूरत रचना |
bhaavpurn!
oh ye bahut hi achcha laga.... ekdum se man ko chhu ke chala gaya. aur itni maasoomiyat se kiya gaya sawal ki mujhe kyun mili tanhayi..... sochne ko vivash karta hai
suman ji
bahut hi sundarta se apne bhavo ka chitran kiya hai.
bahut hiachhi lagi aapki ye bhav bhari post
.badhai
poonam
कल 13/09/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बहुत ही अच्छी शब्द रचना ।
बहुत ही गहनाभिब्यक्ति के साथ लिखी शानदार रचना बधाई आपको /
please visit my blog
www.prernaargal.blogspot.com
क्या बात है... बहुत सुन्दर...
सादर...
bhaut hi sundar....
क्या बात है.... बहुत खूब....
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