वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
सुन्दर
बहुत सुन्दर
बहुत सुन्दर। शारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकानाएँ।
बहुत बढ़िया।
बिखर के फ़ना हो जाऊं ये मेरी किस्मत ही सहीफिज़ा में खुशबू बन बिखरुं ये भी कम तो नहीं !!क्या बात है......बहुत ही सुन्दर। ।।।
बहुत खूब।
6 comments:
सुन्दर
बहुत सुन्दर
बहुत सुन्दर।
शारदेय नवरात्रों की हार्दिक शुभकानाएँ।
बहुत बढ़िया।
बिखर के फ़ना हो जाऊं ये मेरी किस्मत ही सही
फिज़ा में खुशबू बन बिखरुं ये भी कम तो नहीं !!
क्या बात है......
बहुत ही सुन्दर। ।।।
बहुत खूब।
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