अर्पित ‘सुमन’
वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
बुधवार, 3 जुलाई 2019
सोमवार, 27 मई 2019
गुरुवार, 15 नवंबर 2018
बुधवार, 12 सितंबर 2018
शुक्रवार, 13 जुलाई 2018
सदस्यता लें
संदेश (Atom)