वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
सोमवार, 26 सितंबर 2011
मंगलवार, 20 सितंबर 2011
रविवार, 4 सितंबर 2011
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