अपने ब्लॉग की शुरूआत ‘ओशो’ के विचार से कर रही हूँ ।जीवन दर्शन में उनके दृष्टिकोण से काफी प्रभावित हूँ ।
आकाश को खिड़कियों से मत देखो ।
क्योंकि , खिड़कियां असीम आकाश को भी सीमाएं दे देती है ।
और , सत्य को शब्दों से नहीं ।
क्योंकि , शब्द निराकार को आकार दे देते हैं ।
आकाश को जानना हो, तो खुले आकाश के नीचे आ जाओ ।
अपनी-अपनी खिड़कियों को छलांगकर ।
और सत्य को जानना हो तो निशब्द में लीन हो जाओ ।
अपने-अपने शब्दों को त्यागकर ।
और सोचो मत करो और देखो।
क्योंकि, सोचने मात्र से खिड़कियों से छलांग नहीं लगती है ।
और न ही शब्दों का अतिक्रमण होता है ॥
.............“ओशो”.............
आकाश को खिड़कियों से मत देखो ।
क्योंकि , खिड़कियां असीम आकाश को भी सीमाएं दे देती है ।
और , सत्य को शब्दों से नहीं ।
क्योंकि , शब्द निराकार को आकार दे देते हैं ।
आकाश को जानना हो, तो खुले आकाश के नीचे आ जाओ ।
अपनी-अपनी खिड़कियों को छलांगकर ।
और सत्य को जानना हो तो निशब्द में लीन हो जाओ ।
अपने-अपने शब्दों को त्यागकर ।
और सोचो मत करो और देखो।
क्योंकि, सोचने मात्र से खिड़कियों से छलांग नहीं लगती है ।
और न ही शब्दों का अतिक्रमण होता है ॥
.............“ओशो”.............
33 comments:
नए ब्लाग पर प्रथम पोस्ट के लिये हार्दिक स्वागत और शायद यह प्रथम कमेंट होगा
nice
बहुत सुंदर
मातृ दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें और मेरी ओर से देश की सभी माताओं को सादर प्रणाम |
बहुत सटीक विचार से ब्लॉग शुरू किया है....शुभकामनायें
aap ne blog hi itna sundar banaya hai ki niharte rahne ka man karta hai. sundar aagaaz.
सुंदर जीवन दर्शन ....
nice
bahut achhe vichar se shuru kia hai.. All THE BEST!!!
हार्दिक स्वागत !!!!
शुभकामनायें
पहली पोस्ट बहुत खूब, अति सुंदर - हार्दिक शुभकामनाएं
shandar
Ek aur pagal ....maaf kijiyega !!!
Osho naam se kuch hone lagta hai mujhe !!!!
www.sandesh.co.r
हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
अगर आप उनसे प्रभावित हैं तो सच कहूँ, पीछे कहने को मेरे पास कुछ नहीं रह जाता। अद्बुत। बस इतनी सी अपील है कि उसको सम्हल और ध्यान से पढ़ना, कहीं भी थोड़ी सी चूक हुई, पूरी कहानी बिगड़ जाएगी।
Well said happy,
You know the interpretation of Osho's thoughts are not exactly what he said.He was a gr8 philosopher,bt his followers mold them with there comfort.He mainly talked about love and meditation techniques...bt because of introvert-ness we always sees him as a sexologist....
We hav to very conscious while reading him ...i can bet that 90 ppl takes him wrong !!!
ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है। ओशो का स्मरण मात्र तृप्ति देता है। क्रम बनाए रखें।
बहुत ही सुन्दर विचार है . शुभकामनाएं
इस ब्लॉग की पहली पोस्ट पर अपने विचार देने के लिये सभी का धन्यवाद ।
हैप्पी जी और शनिचरी जी
आपके मार्गदर्शन के लिये धन्यवाद । मैं ये सोचती हूँ कि हर बात के दो पहलू होते हैं ये आप पर निर्भर करता है कि आप किस तरफ जाते हैं ।मैं उनकी अनुयायी नहीं हूँ परंतु अध्यात्म में उनका विशलेषण अदभुत है ।
सुन्दरतम् ॥
नए ब्लॉग कि शुरवात बहुत ही उत्तम ....प्रस्तुती रही ......बंधाई हो आपको .
wah.....
swagat hai....
अति सुन्दर।
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कौन हो सकता है चर्चित ब्लॉगर?
पत्नियों को मिले नार्को टेस्ट का अधिकार?
aapka blog jagat mein swagat hai..
bahut hi achhi shuruaat...
yun hi likhte rahein...
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mere blog mein is baar...
जाने क्यूँ उदास है मन....
jaroora aayein
regards
http://i555.blogspot.com/
He was a great philospher and saint .thanks for this beautuful poem
waah........
बहुत खूब..सुन्दर व सार्थक सन्देश.
सुन्दर ब्लॉग है.
बधाई आपको !
Really very nice! Loved the thought.
OSHO ke vichar jn-jn tk pahuchane ke lie thanks.....
osho naam hai jis upvan ka mai bhi yek suman hoon us upvan ki ...........bahut sunder.
सुंदर जीवन दर्शन ....हार्दिक शुभकामनायें !!
"ओशो" इस सदी के अद्भुत विचारक थे...उनके विचारों का उनके समय में गलत आंकलन किया गया...वो क्रांतिकारी थे और अपने समय से आगे की सोच रखते थे...आज उनके प्रवचनों को सुन कर हमें उनकी महानता का आभास होता है...उनके अध्यन की कोई थाह नहीं थी , शायद ही कोई धर्म या संत या विषय हो जिस पर उन्होंने प्रवचन न दिए हों...ऐसे विद्द्वान पुरुष के विचारों से आपने अपने नए ब्लॉग की शुरुआत की है ये एक शुभ संकेत है...सुस्वागतम...
नीरज
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