वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज सोमवार (15-07-2013) को आपकी गुज़ारिश : चर्चा मंच 1307 में "मयंक का कोना" पर भी है! सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
26 comments:
वाह !
shukriya Ratan ji
वाह !!! बहुत खूब,क्या बात है,,,
RECENT POST : अपनी पहचान
वाह !
बेहिसाब
शुक्रिया धीरेन्द्र जी
thnx Indu ji :)
:))) Pabla ji ..dekho maine apna blog recover kr liya
वाह ... बहुत खूब
Good one...
its my walls
Bloggers Listing
awesome lines!!
<3 <3
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज सोमवार (15-07-2013) को आपकी गुज़ारिश : चर्चा मंच 1307 में "मयंक का कोना" पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
anhad...
सुन्दर भाव और शब्द
bahut khoob ...
बहुत सुन्दर ...
बहुत खूब ... भाव पूर्ण ...
बहुत खूब!
वाह!
बढिया
बहुत सुंदर
बहुत बढ़िया...
वाह..!!!
प्रेम का महीन अहसास
गीली होतीं यादें
सुंदर भाव
बधाई
बहुत खूब कही ...
बहुत उम्दा भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
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