वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
सुन रही हूँ बेआवाज सी दस्तकें दिल धड़कता है ये तो तुम हो !
मानो हर दर्द को ज़ुबाँ मिल गयी हो...वाह सुमन !!!
वाह रश्मि जी , क्या बात कह दी !तुम ही धड़कते हो हर घड़ी मुझमे तेरी धड़कन को यूँ जिया है मैंने !!सु..मन
शुक्रिया सरस जी !आपकी इस पंक्ति से कुछ लिखने का मन हो रहा ,जल्द हो आपको पढ़वाउंगी ।
बहुत सुन्दर ...भावपूर्ण रचना....:-)
ज़िन्दगी का शोर सिमट रहा है पन्नों पर...बहुत ही उम्दा...
खूबसूरत भाव
बहुत ही उम्दा प्रस्तुति...!RECENT POST -: आप इतना यहाँ पर न इतराइये.
bahut khoob suman ji panne jindgi kii kitaab ke syaah yunhi ho nahi jaate vo to dard hain mere jo panno se lipat jaate hain ..poonam
पन्ने कहती जिंदगी की कहानी बेजुबान है आवाज नहीं करती ...बहुत सुन्दर !
बहुत उम्दा... .... आभार
लाज़वाब...
गागर में सागरकभी-कभी बहुत कहने के लिये,बहुत कम श्ब्दों की जरूरत होती है,और कभी तो ----
मंगल कामनाएं सु-मन को !!
14 comments:
सुन रही हूँ बेआवाज सी दस्तकें
दिल धड़कता है
ये तो तुम हो !
मानो हर दर्द को ज़ुबाँ मिल गयी हो...
वाह सुमन !!!
वाह रश्मि जी , क्या बात कह दी !
तुम ही धड़कते हो हर घड़ी मुझमे
तेरी धड़कन को यूँ जिया है मैंने !!
सु..मन
शुक्रिया सरस जी !
आपकी इस पंक्ति से कुछ लिखने का मन हो रहा ,जल्द हो आपको पढ़वाउंगी ।
बहुत सुन्दर ...भावपूर्ण रचना....
:-)
ज़िन्दगी का शोर सिमट रहा है पन्नों पर...बहुत ही उम्दा...
खूबसूरत भाव
बहुत ही उम्दा प्रस्तुति...!
RECENT POST -: आप इतना यहाँ पर न इतराइये.
bahut khoob suman ji
panne jindgi kii kitaab ke syaah yunhi ho nahi jaate
vo to dard hain mere jo panno se lipat jaate hain ..poonam
पन्ने कहती जिंदगी की कहानी
बेजुबान है आवाज नहीं करती ...बहुत सुन्दर !
बहुत उम्दा... .... आभार
लाज़वाब...
गागर में सागर
कभी-कभी बहुत कहने के लिये,बहुत कम श्ब्दों की जरूरत होती है,
और कभी तो ----
मंगल कामनाएं सु-मन को !!
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