वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
बहुत खूबसूरत शेर।मेरी सोच मेरी मंजिल
लम्हे झड जाने के बाद कुछ भी नहीं बचता ...
खूबसूरत अशआर
वक्त के गुजरने के बाद किसी भी नेमत का कोई मूल्य नहीं रहता।
बहुत सही
बहुत सुन्दर
वाह !
bahut sundar bhav
9 comments:
बहुत खूबसूरत शेर।
मेरी सोच मेरी मंजिल
लम्हे झड जाने के बाद कुछ भी नहीं बचता ...
खूबसूरत अशआर
वक्त के गुजरने के बाद किसी भी नेमत का कोई मूल्य नहीं रहता।
बहुत सही
बहुत सुन्दर
वाह !
बहुत सुन्दर
bahut sundar bhav
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