वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
वाह !
Bahut khoob!
स्याही को इबारतें रीत हाई लेती हैं इबारतें ... बहुत ख़ूब ...
आपकी इस प्रस्तुति की लिंक 26-01-2017को चर्चा मंच पर चर्चा - 2585 में दिया जाएगा धन्यवाद
समर्पण का भाव लिए आपकी सुंदर पोस्ट सुमन जी। मेरी पोस्ट का लिंक : http://rakeshkirachanay.blogspot.in/2017/01/blog-post_5.html
वाह्ह्ह्ह्
बहुत बढ़िया
8 comments:
वाह !
Bahut khoob!
स्याही को इबारतें रीत हाई लेती हैं इबारतें ... बहुत ख़ूब ...
आपकी इस प्रस्तुति की लिंक 26-01-2017को चर्चा मंच पर चर्चा - 2585 में दिया जाएगा
धन्यवाद
समर्पण का भाव लिए आपकी सुंदर पोस्ट सुमन जी।
मेरी पोस्ट का लिंक :
http://rakeshkirachanay.blogspot.in/2017/01/blog-post_5.html
वाह्ह्ह्ह्
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बहुत बढ़िया
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