वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! -- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (05-12-2013) को "जीवन के रंग" चर्चा -1452 पर भी है! -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
14 comments:
waah bahut khoobsoorat khyaal
जिंदगी की मधुशाला...बहुत सुन्दर कल्पना!
बढ़िया प्रस्तुति-
आभार आदरेया-
aap ke vichaar bhuta ache hai.
Vinnie
बहुत सुन्दर सुमन जी.....जिंदगी की मधुशाला में यदि जाम प्रेम का हो तो हर लम्हा, अमृत की बूँद होजाए...
बहुत सुंदर.
वाह ! बहुत सुंदर....!
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नई पोस्ट-: चुनाव आया...
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (05-12-2013) को "जीवन के रंग" चर्चा -1452
पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत खुबसूरत !
नई पोस्ट वो दूल्हा....
latest post कालाबाश फल
उम्दा ... जिंदगी की मधुशाला में यूं ही जाम छलकते रहें सदा ...
http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/ के शुक्रवारीय ६/१२/१३ अंक में आपकी रचना को शामिल किया जा रहा हैं कृपया अवलोकनार्थ पधारे ............धन्यवाद
बहुत खूब
PAL PAL BUND BUND GIRATA PANI SACH KO BAYAAN KARATA
सलाम....बहुत खूब््
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