वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
सार्थक सत्य
अच्छा है ।
Bahut accha
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 29 - 10 - 2015 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2144 में दिया जाएगा धन्यवाद
सबक सिखाता है लेकिन हम है समझते नहीं ..
बढ़ रहा धरा के सीने पर बोझ शायद कि दिल इसका भी अब ज़ोर से धड़कने लगा है !!सु-मन
बहुत ख़ूब
बहुत सही।
बिल्कुल सही
बहुत सुंदर
एकदम सत्य बात कही है।
खूब कही
सच कहा आपने.
क्या बात है !.....आप को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं... नयी पोस्ट@आओ देखें मुहब्बत का सपना(एक प्यार भरा नगमा)नयी पोस्ट@धीरे-धीरे से
15 comments:
सार्थक सत्य
अच्छा है ।
Bahut accha
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 29 - 10 - 2015 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2144 में दिया जाएगा
धन्यवाद
सबक सिखाता है लेकिन हम है समझते नहीं ..
बढ़ रहा धरा के सीने पर बोझ शायद
कि दिल इसका भी अब ज़ोर से धड़कने लगा है !!
सु-मन
बहुत ख़ूब
बहुत सही।
बिल्कुल सही
बहुत सुंदर
एकदम सत्य बात कही है।
एकदम सत्य बात कही है।
खूब कही
सच कहा आपने.
क्या बात है !.....
आप को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं...
नयी पोस्ट@आओ देखें मुहब्बत का सपना(एक प्यार भरा नगमा)
नयी पोस्ट@धीरे-धीरे से
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