शनिवार, 5 दिसंबर 2015

रिश्ते की गर्माहट















.....कुछ ख़याल 
बुन रही हूँ मैं 
तुम्हारे एहसास के 
हर फंदे पर 
डाल रही हूँ 
एक बेजोड़ बुनाई 

सुनो ! 
इस दफ़ा जब 
दिसम्बर में आओगे न तुम 
रेशों से इन लफ्ज़ों को 
सिल देना अपने स्पर्श से  
मेरी नज़्म को ओढ़कर 
करना महसूस 
हमारे रिश्ते की गर्माहट !!


सु-मन 



11 comments:

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

बढ़िया !

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत ख़ूबसूरत अहसास...लाज़वाब अभिव्यक्ति

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर

Randhir Singh Suman ने कहा…

nice

JEEWANTIPS ने कहा…

सुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार....

Manoj Kumar ने कहा…

डायनामिक
बहुत सुंदर

yashoda Agrawal ने कहा…

आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" सोमवार 07 दिसम्बर 2015 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

Rewa Tibrewal ने कहा…

Waah

Rewa Tibrewal ने कहा…

Waah

संध्या आर्य ने कहा…

भावपूर्ण !

दिगम्बर नासवा ने कहा…

प्रेम के गहरे एहसास से सजा रूहानी ख्याल ...

एक टिप्पणी भेजें

www.hamarivani.com
CG Blog www.blogvarta.com blogavli
CG Blog iBlogger