वजूद की तलाश में .. अतीत की कलियां जब मुखर उठती हैं .. खिलता है ‘सुमन’ वर्तमान के आगोश में कुछ पल .. दम तोड़ देती हैं पंखुड़ियां .. भविष्य के गर्भ में .. !!
रिश्ते के प्रति प्रतिबद्धता मेरा निर्णय है और निष्कासन तुम्हारी अपनी चाह | सोच अलहदा होकर भी एक सी हैं ..बे-हद और बेलगाम | हम लाईलाज तमन्नाओं से अभिशप्त हैं !! सु-मन
4 comments:
लाइलाज सही पर मन को ख़ुशी तो देती अहिं .. यह भी किसी न किसी बिमारी का इलाज है ...
शाप से मुक्ति के लिये तमन्नाओं का ईलाज करने वाले चिकित्सक ढूँढने पड़ेंगे इसका मतलब ?
बढ़िया
सही है, तमन्नाएँ अभिशप्त होती ही हैं ।
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